50 हजार की छिनेगी रोजी

सहारनपुर। डेयरियों को सहारनपुर नगर निगम क्षेत्र से बाहर करने की लड़ाई धार लेती जा रही है। नवंबर 2019 माह से डेरी संचालकों ने नगर निगम के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। नवंबर माह में डेयरी संचालकों ने नगर निगम परिसर में धरना दिया था, तब डेयरी संचालकों ने कहा था कि डेयरी बंद होने से हजारों परिवारों की रोजी- रोटी छिन जाएगी, आमजन नकली व सिंथेटिक दूध पीने को मजबूर हो जाएंगे। डेयरियों में पलने वाली हजारों गाय बेसहारा हो जाएंगी।


तब पडोस के राज्य हरियाणा की तर्ज पर निगम की तरफ से शहर से बाहर डेयरी कैंपस की व्यवस्था कराने की मांग की गई थी। हालांकि इसे निगम ने नकार दिया था। इसके बाद माह फरवरी 2020 में डेयरी संचालकों ने फिर से विरोध करने के लिए मैदान संभाला। डेयरियों को शहर से बाहर करने के फरमान का विरोध किया गया। नगर निगम के खिलाफ लड़ाई यहीं नहीं थमी।


फरवरी माह में ही डेयरी संचालक, संघर्ष समिति के बैनर तले गाय लेकर निगम कार्यालय परिसर पहुंच गए, विरोध पर उनकी पुलिस से तीखी झड़प हो गईहालांकि नगर आयुक्त के पुनः वार्ता कर समस्या का समाधान कराने के आश्वासन पर वे शांति पूर्ण तरीके से लौट गए। उन्होंने जिला कांग्रेस मुख्यालय पर भी धरना दिया, सैकड़ों की संख्या में डेयरी संचालकों ने जुलूस भी निकाला। समिति के अध्यक्ष संजय वालिया ने तब कहा कि यह मसला 50 हजार लोगों की रोजी-रोटी से जुड़ा हुआ है। निगम प्रशासन ने पूर्व में आश्वासन दिया था कि डेयरी स्वामियों की समस्या का निदान किया जाएगा, जो अभी तक नहीं किया गया।